जीव विज्ञानं का परिचय - [ Indroduction of Biology ]


जीव विज्ञान का परिचय [ Indroduction of Biology ]

 

Biology =Gr. Bios = Life + Logos = Study  {study of Life }

1.        जीव विज्ञानं शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग प्रांसीसी वैज्ञानिक लैमार्क (Lamarck) और जर्मन वैज्ञानिक ट्रेविरेनस (Traviranus ) ने 1802   में किया था |

2.         जीव विज्ञानं का जनक अरस्तु (Aristotle ) को कहा जाता है |

3.         वनस्पति  विज्ञानं का जनक थिओफ्रास्टस (Theophrastus ) को कहा जाता है |

4.          जन्तुओ या जीवो को विभिन भागो में बाटने की प्रक्रिया को हम वर्गीकरण कहते है और वर्गीकरण के अध्यन को को हम वर्गीकी के नाम से जानते है |

5.        द्विनाम पद्धति (Binomial Nomenclature) - इस प्रकार के पद्धति में हम जीव और पौधो को दो नाम देते है|  पहला नाम उसके जाति का होता है और दूसरा नाम उसके वंश का होता है| यह केरोलस लिनियस द्वारा दिया गया है |

6.        वर्गीकरण और वर्गिकी के जन्मदाता करोलस लिनियस है |

7.        फिलास्फी ज़ूलोजिल के लेखक लैमार्क और ओरिजिन ऑफ़ स्पेसिस बाइ नेचुरल सेलेक्शन के लेखक डार्विन है

8.        कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक ने 1665 में की थी |

9.        रुधिर परिसंचरण की खोज विलियम हार्वे ने की थी |

10.  शैवाल - ये बहुकोशकीय प्राणी होते है, इनमे पर्ण हरिम पाया जाता है अर्थात ये अपना भोजन स्वयं बना लेते है|  इसलिए  इन्हे हम स्वपोषी कहते है| इनमे जड़,तना,पत्ती का का विकास नहीं होता है| ये जलीय भागो में निकलते है

11.  कवक - ये बहुकोशकीय प्राणी होते है,यह रेशे समान रचनाओं से बने होते है | यह परपोषी होते है इनमे पर्णहरिम पाया जाता है | कवक की कोशिका भित्ति काइटिन से बनी होती है|  उदाहरण - कुकुरमुक्ता और मशरूम

12.  लाइकेन - लाइकेन कवक और शैवाल का सहजीवी है|  इसमें कवक और शैवाल को रहने के लिए उचित स्थान,जल और खनिज पदाथो को अवशोषित करके शैवाल को पहुँचता है जबकि शैवाल प्रकाश संश्लेष्ण द्वारा भोज्य पदार्थो का निर्माण करता है|  इस प्रकार दोनों एक दूसरे के सहयोग से जीवन यापन किया करते है| इसको हम सहजीवन कहते है |

13.  अनुवांशिकी के पिता ग्रेगर जॅान मेंडल को कहा जाता है

14.  हरगोविंद खुराना को नोबेल पुरस्कार जीनDNA से संबंधित खोज के लिए मिला था।

15.  स्वस्थ मनुष्य के शरीर के रक्त का पी. एच. मान 7.4 होता है

16.  चेचक का टीका की खोज एडवर्ड जैनर ने की थी

17.  स्वस्थ मनुष्य रक्त दाब 120/80 mmhg ( Systolic / diastolic ) होता है।

18.  माइटोकांड्रिया ( Mitochondria ) को कोशिका का पावर हाउस कहते हैं

19.  AB रक्त समूह में एण्टीबॅाडी नहीं पाई जाती है, इसलिए यह सर्वग्रहता कहलाता है

20.  O रक्त समूह में एणटीजन नहीं होता है यह सर्वदाता कहलाता है।

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